Areca Nut Farming सुपारी की खेती आपकी बना सकती है बहुत जल्दी करोड़पति !!!

अगर आप खेती किसानी का काम करते हैं और आप कुछ अलग किस्म की खेती करना चाहते हैं पारंपरिक खेती के अलावा तो आप सुपारी की खेती Areca Nut Farming के बारे में सोच सकते हैं जिसे इंग्लिश में Betel Nut भी कहा जाता है. ये ना सिर्फ एक फायदे का सौद्सा होगा उसके साथ ही आप एक नए तरह का अनुभव भी ले सकेंगे. एक बार सुपारी के पौधा लगा लीजिये और 7 से 8 साल के अन्दर ये पौधा आपको फल देने लगेगा. सुपारी का पौधा नारियल के पौधे की तह होता है. जिसकी ऊंचाई लगभग 50 स 60 फीट की होती है. इसको लगाने के लिए बहुत ज्यादा जगह की ज़रूरत भी नहीं होती है. सुपारी की बाज़ार में कीमत 400 से 600 रूपए प्रति किलो है जो लगातार बढती जा रही है. है ना ये मुनाफे का सौदा आज इस आर्टिकल में है हम जानेंगे कैसे की जाती है सुपारी की खेती, कितना मुनाफा कमाया जा सकता है सुपारी की खेती से और कहाँ होती है सुपारी की खेती आदि आइये शुरु करते हैं-

सुपारी की खेती Areca Nut Farming

Areca Nut Farming

बात भले ही पूजा की हो जहाँ आपको सुपारी की ज़रूरत होती है, और अगर बात की जाये इसके उपयोग की तो आप जानते हैं की, भारत में सुपारी का सबसे ज्यादा उपयोग पान और पान मसाला बनाने वाली कंपनियां करती है. लाखो किलो सुपारी भारत में एक दिन में उपयोग में लायी जातीं हैं, अब जहाँ इतनी बड़ी मात्र में सुपारी का उपयोग होगा तो उसकी मांग भी उतनी ही होगी और उसके लिए ये सुनहरा अवसर है जो इसकी खेती Areca Nut Farming करना चाहते हैं या इसकी खेती कर ही रहे हैं.

भारत में कहाँ होती है सुपारी कि खेती?

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वैसे तो आजकल उन्नत कृषि का ज़माना है कृष विज्ञान ने बहुत उन्नति कर ली है. जिसका परिणाम ये हुआ है की आप किसी भी फसल की खेती कहीं भी कर सकते है. मगर फिर भी सुपारी की खेती Areca Nut Farming भारत में मुख्यतः केरल, असम, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में की जाती है. इनमें से भी कर्णाटक में सबसे ज्यादा इसकी फसल देखने को मिलती है. ऐसी एक सामने धरना है की पारी की खेती को भू-मध्य रेखा के 28 डिग्री उत्तर की ओर करना और 28 डिग्री दक्षिणी क्षेत्रों में करना अच्छा माना जाता है.

कब की जाती है सुपारी की खेती?

Areca Nut Farming

हर मौसम में अलग अलग तरह की खेती की जाती है वो फसल के ऊपर निर्भर करता है. जहाँ तक बात है सुपारी किखेती की तो इसकी खेती के लिए सबसे अच्चा समय जून से जुलाई के मध्य होता है. इसकी खेती के लिए सबसे अच्छी बात है की ये किसी भी तरह कि मिटटी में बड़ी आसानी से की जा सकती है मगर आपके खेत या जहाँ अप इसकी खेती करना चाहते हैं वहां की मिटटी दोमट चिकमी मिट्टी है तो ये बहुत अच्छी तरह से अपने आप को ग्रो करती है.

कैसे करें सुपारी की खेती?

Areca Nut Farming

अगर आप बीज से तैयार किये सुपारी के पौधों का इस्तेमाल करते है इसकी खेती Areca Nut Farming के लिए तो आपको इसके बहुत अच्छे परिणाम देखने को मिलते है. नर्सरी में सबसे पहले बीजों को क्यारी में तैयार किया जाता है. जब ये बीज पोधों का रोप्प ले लेते हैं तब इनकी रोपाई की जाती है. जहाँ इसकी खेती इ जाती है वहां की मिट्टी प् पीएच 7 से 8 के बीच होना उत्तम माना जाता है. और ध्यान रहे इसकी हेती वहां करें जहाँ मिटटी भुरभुरी हो. और पानी का स्रोत और उसका बहाव बहुत अच्छा होना चाहिए जिससे की पानी एक जगह रुके नहीं. एक पौधे की दुरी दुसरे पौधे से कम से कम 2 मीटर होनी चाहिए जिससे जड़ों को ज़मीन में फ़ैलाने के लिए अच्छी जगह मिल सके. जिन गड्ढों में सुपारी के पौधों की रोपाई की जाती है, उनमें पहले गोबर या कंपोस्ट खाद डालना जरूरी है. अच्छे और सावधानी से अगर सुपारी के पौधों को लगाया जाये तो एक बार इन पेड़ों की खेती कर देने के बाद आप अगले 70 वर्षों तक फल मिलते रहते हैं. 

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सुपारी की खेती से होगा लाखों का मुनाफा

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ऐसी किसी भी खेती से हमेशा लाभ की आशा होती है हमारे किसान भाइयों को जिसकी मांग बाज़ार में हमेशा बनी रहती है. उसी में से एक है सुपारी इसकी मांग हमेशा एक बराबर बनी होती है कभी कभी तो इसकी मांग इतनी बढ़ जाती है की उसको पूरा करने में मुश्किलों का सामना करना पड जाता है. भारत में धार्मिक आयोजनों में घरों के पूजा पाठ में सुपारियों की अलग अहमियत है जिसकी वजह से ये हमेशा मांग में रहती है और जहाँ तक बात की जाये इसके बड़े पैमाने में उपयोग की तो पान खाने वाले और पान मसाला बनाने वाली कंपनियां हजारो हज़ार किलो सुपारी एक साथ खरीदती है. ये मुख्य कच्चा माल होता है किसी भी पान मसाला बनाने वाली कंपनी का.

सुपारी की कीमत 400 से 600 रूपए प्रति किलो बड़ी आसानी से मिल जाती है, जिससे किसान भाइयों को इसका अच्छा भाव मिल जाता है और वो इससे बड़ा मुनाफा कमा लेते हैं. आपको इसको बेचने के लिए बाज़ार बाज़ार भटकना भी नहीं पड़ता बिचौलिए आकर खुद आपसे आपकी फसल खरीद लेते हैं आप चाहें तो खुद भी बाज़ार जाकर अपनी फसल सीधे व्यापारी को बेच सकते हैं.

Areca Nut Farming FAQ

सुपारी की खेती कैसे की जाती है?

अगर आप बीज से तैयार किये सुपारी के पौधों का इस्तेमाल करते है इसकी खेती के लिए तो आपको इसके बहुत अच्छे परिणाम देखने को मिलते है. नर्सरी में सबसे पहले बीजों को क्यारी में तैयार किया जाता है. जब ये बीज पोधों का रोप्प ले लेते हैं तब इनकी रोपाई की जाती है. जहाँ इसकी खेती Areca Nut Farming की जाती है वहां की मिट्टी प् पीएच 7 से 8 के बीच होना उत्तम माना जाता है.

सुपारी का पेड़ कितने साल में फल देता है?

एक बार सुपारी के पौधा लगा लीजिये और 7 से 8 साल के अन्दर ये पौधा आपको फल देने लगेगा. सुपारी का पौधा नारियल के पौधे की तह होता है. जिसकी ऊंचाई लगभग 50 स 60 फीट की होती है.

सुपारी कितने रूपए किलो तक बिकती है?

सुपारी की कीमत 400 से 600 रूपए प्रति किलो बड़ी आसानी से मिल जाती है, जिससे किसान भाइयों को इसका अच्छा भाव मिल जाता है और वो इससे बड़ा मुनाफा कमा लेते हैं.

सुपारी की खेती कहाँ होती है?

वैसे तो आजकल उन्नत कृषि का ज़माना है कृष विज्ञान ने बहुत उन्नति कर ली है. जिसका परिणाम ये हुआ है की आप किसी भी फसल की खेती कहीं भी कर सकते है. मगर फिर भी सुपारी की खेती Areca Nut Farming भारत में मुख्यतः केरल, असम, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में की जाती है.

दोस्तों आज हमने hindeeka में बात की Areca Nut Farming सुपारी की खेती से सम्बंधित हम ऐसी आशा करते हैं की, हम आपको इस सम्बन्ध में आपके सभी सवालों के जवाब देने में कामयाब हुए होंगे. अगर फिर भी कोई कसर या कमी हो तो हमें कमेंट कर ज़रूर अवगत करवाएं.

कैसी लगी आपको हमारी ये जानकारी अगर आपके पास हमारे लिए कोई सुझाव है तो हमें ज़रूर कमेंट करके बताएं !

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