ek doctor ke shayar ban jane ki kahani majrooh sultanpuri
कौन हैं मजरूह सुल्तानपुरी कभी – कभी ऐसा होता है की, रचनाएँ रचियता से बड़ी हो जाती है वैसी ही एक रचना है मेरा ख्याल है आपने सुनी होगी यक़ीनन सुनी होगी। मैं अकेला ही चला था जानिब – ए – मंज़िल मगर लोग साथ आते गए और कारवां बनता गया अगर आप पुराने फ़िल्मी … Read more