amir khusro ek shayar ek sufi kaun the janiye

amir-khusro-ek-shayar-ek-sufi-kaun-the-janiye

अगर आप उर्दू शायरी या हिंदी कविता को चाहने वाले हैं तो आपने ये शेर ज़रूर सुना होगा- ज़े-हाल-ए-मिस्कीं मकुन तग़ाफ़ुल दुराय नैनाँ बनाए बतियाँ कि ताब-ए-हिज्राँ नदारम ऐ जाँ न लेहू काहे लगाए छतियाँ मगर शायद आप ये ना जानते हों की, ये शेर लिखा किसने है और अगर आप ये जानते होंगे की … Read more