Avani Lekhara Biography in hindi | Avani Lekhara Paralympian

बहुत गर्व की बात है की आज देश के एक बेटी ने फिर देश का नाम रोशन किया है बहुत सारी परेशानियों के बाद भी अवनी लेखरा Avani Lekhara ने अपने हिम्मत और हौसलों के दम पर आज भारत को पहला Gold Medal दिलवाया है टोक्यो परलैमिक्स 2020 में इस आर्टिकल के माधयम से हम जानेगे कौन हैं अवनी लखेरा और कैसे उन्होंने ये मुकाम हासिल किया उनकी पूरी Biography जानने के लिए पढ़िए ये आर्टिकल और अपने दोस्तों रिश्तेदारों में भी शेयर कीजिये ताकि इस बेटी ने जो देश का सर ऊँचा किया है उससे हर कोई पूरी तरह से जान सके

कौन हैं अवनि लखेरा Who is Avani Lekhara

avani lakhera

अवनी लखेरा Avani Lekhara का जन्म 8 नवम्बर 2001 के दिन जयपुर राजस्थान में हुआ इनके पिता जी का नाम श्री प्रवीण लखेरा है और माता जी का नाम श्रीमती श्वेता लखेरा है इनके कोच का नाम सुमा सिद्धार्थ शिरूर है Tokyo Paralympics 2020 में अवनी ने भारत को 10m air rifle standing SH1 शूटिंग में पहला स्वर्ण पदक Gold Medal दिलाया है आज देश को अपनी इस बेटी पर नाज़ है

एक हादसे ने बदल दी अवनी की ज़िन्दगी

हम सबकी ज़िन्दगी में सभी के उतार चढ़ाव आते रहते हैं जिससे हम जूझते हैं और उबार भी आते हैं मगर ऐसा भी कभी कभी हो जाता है जिससे हमारी ज़िन्दगी पूरी तरह बदल जाती है वैसा ही एक हादसा हुआ था अवनी Avani Lekhara की ज़िन्दगी में भी जब सिर्फ 11 साल की थीं तब वो अपने पिता के साथ जयपुर से धौलपुर जा रही थीं उनके पिता धौलपुर में ही काम किया करते थे रस्ते में एक सड़क हादसा हुआ जिसमें अवनी और उनके पिता दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए कुछ दिनों तक उनका इलाज चला और उनके पिता प्रवीण लखेरा ठीक हो गए मगर अवनी की चोट उनके रीढ़ की हड्डी में लगी थी जो ठीक नहीं हो सकी अंजाम ये हुआ की डॉक्टरों ने कह दिया की अब ज़िन्दगी भर अवनी अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो सकेगी

 

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अवनी लेखरा ज़िन्दगी एक नज़र में 
 नाम अवनी लेखरा
जन्म दिन 8 नवम्बर 2001
पिता का नाम श्री प्रवीण लखेरा
माता का नाम श्रीमती श्वेता लखेरा
शहर  जयपुर
उम्र 20  साल
उपलब्धि पहली भारतीय महिला खिलाडी है Paralympics खेलों में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया

कैसे खुद को बदला अवनी ने

उस हादसे ने अवनी की ज़िन्दगी पूरी तरह बदल दी अब वो कहीं आ जा नहीं सकती थीं किसी के सहारे के बिना वो अपने बिस्तर पर लेती रहतीं उन्हें पढ़ने का शौक था बहुत वो एक बार अभिनव बिंद्रा की जीवनी पढ़ रही थी जिससे वो काफी प्रभावित हुई और उन्होंने फैसला किया की वो भी शूटिंग करेंगी उनके पिता ने उनके लिए घर में ही शूटिंग रंज तैयार करवा दिया वो अपनी व्हीलचेयर पर बैठ कर ही शूटिंग का अभ्यास किया करती थीं जल्द ही वो इसमें माहिर हो गईं उनके पिता ने उनके लिए एक कोच की व्यवस्था कर दी अपनी लगन और मेहनत से वो बहुत जल्द एक बेतरीन निशाने बाज़ बन गईं 

कैसे किया Tokyo Paralympics 2020 में करिश्मा

ये किसी करिश्में से काम नहीं अवनी ने आज एक इतिहास रच दिया है Tokyo Paralympics 2020 खेलों में अवनी ने कुल 249.6 का स्कोर हासिल किया आपको ये जानकार और ख़ुशी होगी की ये पैरालम्पिक्स खेलों का एक नया रिकॉर्ड भी बना दिया है अवनी ने वो क्वालिफिकेशन राउंड में 7 वे स्थान पर थीं मगर फाइनल में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया और देश को गौरान्वित किया साथ ही गोल्ड मैडल भी जीता देश के लिए

मुश्किलों भरा रहा कोरोना काल

अवनी पर भी कोरोना का असर पड़ा वो कहीं आ जा नहीं सकती थी जिसकी वजह से उनको प्रैक्टिस करने में बहुत परेशानी हुई उन्होंने घर पर ही बने शूटिंग रेंज में अपनी प्रैक्टिस जारी रखी खुद को पॉजिटिव रखने के लिए वो रोज़ाना कसरत करती अपने खाने पिने का विशेष ध्यान देती मगर उन्होंने हार नहीं मानी और उसका नतीजा ये हुआ की आज उन्होंने ना सिर्फ खुद को साबित किया बल्कि देश को भी गौरान्वित किया है देश की इस बेटी पर आज देश गर्व कर रहा है

बनी पहली भारतीय महिला पैरालिम्पियन गोल्ड मेडलिस्ट

देश के लिए ये बहुत गर्व की बात है की अवनी ने ना सिर्फ गोल्ड मैडल जीता Tokyo Paralympics 2020 में साथ ही वो पहली भारतीय महिला खिलाडी है जिन्होंने Paralympics खेलों में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया है उनकी अन्य उपलब्धियां

  • अवनी ने 2015 में हुए National Paralympics में कांस्य पदक जीता था
  • साल 2019 में दुबई में हुए Para Shooting World Cup में अवनी ने सिल्वर मैडल जीता था और Tokyo Paralympics 2020  के लिए क्वालीफाई किया था
  • National Games में अवनी 5 बार गोल्ड मैडल जित चुकी हैं
अवनी को मिला मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार

भारत की नेशनल स्पोर्ट्स अवार्ड कमेटी ने साल 2021 के लिए मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार देने के लिए देश भर से 11 खिलाडियों का चयन किया है इसमें अवनि लखेरा का नाम भी शामिल है जिन्हे आज यानी 13 नवम्बर 2021 के शाम भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार देकर सम्मानित करेंगे अवनि ने टोक्यो पैरालिम्पिक में शूटिंग में गोल्ड मेडल जीत कर देश का नाम रौशन किया था

मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त करने वाले खिलाडियों को सरकार 25 लाख रूपए की राशि और एक प्रशस्ति पत्र देकर उनका सम्मान करती है

 

 

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