आजकल मीडिया में और खासकर सोचेल मीडिया में बहुत सारी ऐसी खबरें आती हंजो भ्रामक होती है alt news जिसके co-founder हैं Mohammed Zubair का दावा है की वो उन खबरों के पीछे की सच्चाई समाज के सामने रखते हैं, शांति के लिए दिया जाने वाला सबसे बड़ा पुरस्कार Noble Prize 2022 के लिए नोर्वे के सांसदों ने मुहम्मद ज़ुबैर और उनके साथी प्रतिक सिन्हा को नामित किया है
दोस्तों हम hindeeka में हमेशा कोशिश करते हैं की अपने पाठकों को हम उनके हर सवाल का जवाब दे सकें ताकि उनको किसी और जगह जाने की ज़रूरत ना पड़े और वो जब भी किसी सवाल की तलाश में हों एक बार हम तक ज़रूर आयें आइये आज जान लेते हैं जीवनी मुहम्मद ज़ुबैर की Biography of Mohammed Zubair
मुहम्मद ज़ुबैर की जीवनी (Biography of Mohammed Zubair)
भारत के दक्षिण में स्थित कर्नाटक की राजधानी बंगलूर अब बंगलुरू में मुहम्मद ज़ुबैर का जन्म हुआ था 29 दिसंबर 1988 के दिन उनके माता पिता और भाई बहनों से संबंधित अभी कोई जानकारी कहीं उपलब्ध नहीं हो सकी है जैसे ही उनसे सम्बंधित कोई जानकारी हमें उपलब्ध होगी हम साँझा करेंगे
बंगलूरु में उनका जन्म हुआ और उनका बचपन वहीँ बिता उन्होंने अपनी प्प्रारंभिक पढाई भी वहीँ से की है घर की माली हालत ठीक नहीं होने की वजह से उन्होंने पढ़ी के साथ साथ काम करना भी शुरू कर दिया था ताकि वो अपने घर के खर्चों में हाथ बटा सकें
नाम Name | मुहम्मद ज़ुबैर (Mohammed Zubair) |
जन्म तिथि Date of Birth | 29 दिसंबर 1988 |
जन्म स्थान Place of Birth | बंगलुरु, कर्णाटक (Bangluru, Karnataka) |
पिता का नाम Fathers Name | अभी ज्ञात नहीं (No Information) |
माता का नाम | अभी ज्ञात नहीं (No Information) |
भाई बहन | अभी ज्ञात नहीं (No Information) |
आयु | 34 साल |
धर्म | मुस्लिम (Muslim) |
पेशा | स्वतंत्र पत्रकार (Freelancer Reporter) |
कॉलेज | रामदीहा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी Ramdiha Institute of Technology) |
वैवाहिक स्तिथि | अविवाहित (Unmerried) |
साईट का नाम | ऑल्ट न्यूज़ (Alt News) |
राष्ट्रीयता | भारतीय (Indian) |
मुहम्मद ज़ुबैर का करियर (Career of Mohammed Zubair)
जैसे तैसे Mohammed Zubair अपनी पढाई पूरी की रामदीहा इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी से उसके बाद उनके पास संकट खड़ा हो गया पैसों का तब उन्होंने फैलसा किया और 10 सालों तक वो nokia में सोफ्टवेयर इंजिनियर के तौर पर काम किया nokia में काम करते करते उन्होंने प्रतिक सिन्हा का साथ देने लगे थे
फिर सितम्बर 2018 में उन्होंने निकोया को छोड़ कर प्रतिक सिन्हा के साथ आ गए और एक फुल टाइम कर्मचारी बन गए alt news में और 16 दिसम्बर को ऊन्हे प्रावदा मीडिया फाउंडेशन में बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स में शामिल कर लिया गया ये संस्था ही alt news को चलती है
नोबल प्राइज 2022 में नामित मुहम्मद ज़ुबैर ( Nominated for Noble Prize 2022 Mohammed Zubair)
मोहम्मद जुबैर और उनके सह-संस्थापक प्रतीक सिन्हा को नॉर्वे के ओस्लो स्थित एक निजी शोध संस्थान पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट ओस्लो (PRIO) द्वारा 2022 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया है
मुहम्मद ज़ुबैर पर आरोप ( Allegations on Mohammed Zubair)
साल 2020 में alt news के सह संस्थापक प्रतिक सिन्हा ने कहा था की मुहम्मद ज़ुबैर को उनके काम के लिए टारगेट किया जा रहा है इस वजह से उनपर सैकड़ों FIR फाइल किये गए हैं
10 जून 2021 को, जुबैर को ट्विटर से एक नोटिस मिला जिसमें ट्विटर ने उन्हें ये चेतावनी दी कि भारतीय अधिकारियों ने उनसे मार्च 2021 में ट्वीट किए गए एक ट्वीट के संबंध में संपर्क किया था, जिसमें भारतीय कानूनों का उल्लंघन करने का दावा किया था
नुपुर शर्मा का विवादित बयान (Nupur Sharma and her Controversy)
इस्माल धर्म के संस्थापक हज़रत मुहम्मद साहब पर 27 मई 2022 को भारतीय जनता पार्टी की एक प्रवक्ता नुपुर शर्मा ने विवादित ब्यान दिया था वो ब्यान मुहम्मद साहब और उनकी तीसरी पत्नी, आयशा की कथित उम्र, उनकी शादी के समय और शादी की समाप्ति के संदर्भ में थीं
इस ब्यान के ठीक एक दिन बाद ज़ुबैर ने नुपुर शर्मा का एक विडियो अपने सोचेल मीडिया पर जारी किया जिसमें वो मुहम्मद साहब पर विवादित ब्यान देते दिखाई दे रही थीं जिसका नुपुर शर्मा ने खंडन क्या था और कहा था की ये विडियो एडिटेड किया गया है जिसके बाद प्रतिक सिन्हा ने उनका पूरा विडियो जार्री किया जिसमें उनके पुरे विवादित बयान को साफ़ साफ़ सुना जा सकता था
नुपुर शर्मा ने उसके बाद ये आरोप लगाया की उन्हें बलात्कार और जान से मरने की धमकियां मिल रही हैं उसके बाद देश के अलग अलग जगहों पर कई जघन्न हत्याएं भी हुई उसके बाद मुहम्मद ज़ुबैर को कई मामलों में दोषी करार देकर गिरफ्तार कर लिया गया
एलेस बियालियात्सकी और रूस युक्रेन के संगठनों की मिला नोबल का शांति पुरस्कार
साल 2022 के शांति के लिए नोबल पुरस्कारों की घोषणा हो गई है ये पुरस्कार इस बार बेलारूस के एलेस बियालियात्सकी और रूस युक्रेन के संगठनों को दिया गया है एलेस बियालियात्सकी एक मानवाधिकार कार्यकर्ता है और रूस के मानवाधिकार संगठन मेमोरियल और युक्रेन के मानवाधिकार संगठन सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज है
चर्चा में थे भारत के फैक्ट चेकर मुहम्मद ज़ुबैर और प्रतिक सिन्हा जो शांति के लिए साल 2022 के नोबल प्राइज के लिए नमीत हुए थे ये नामांकन नोर्वे के सांसद और ओस्लो का पीस रिसर्च संस्थान (PRIO) करते हैं
मुहम्मद ज़ुबैर से जुड़े कुछ F & Q
मुहम्मद ज़ुबैर कौन हैं ?
मुहम्मद ज़ुबैरम एक फैक्ट चेकर हैं
मुहम्मद ज़ुबैर का जनम कहाँ हुआ था ?
मुहम्मद ज़ुबैर का जन्म 29 दिसंबर 1988 के दिन बंगलरु कर्नाटक में हुआ था
मुहम्मद ज़ुबैर की पत्नी का क्या नाम है ?
मुहम्मद ज़ुबैर अभी अविवाहित हैं
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