sharwan rathod | biography in hindi | nadeem sharwan

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ऐसा कौन होगा जिसे बॉलीवुड के गाने पसंद हों और उसने कभी भी नदीम श्रवण का नाम ना सुना हो जी हाँ वही, आशिक़ी वाले नदीम श्रवण आज एक दुखद खबर आई की इस कोरोना महामारी ने नदीम श्रवण की जोड़ी तोड़ दी जी हाँ आपने सही पढ़ा अब हमारे बीच इस मशहूर जोड़ी के श्रवण नहीं रहे।

श्रवण का जन्म 13 नवम्बर 1954 के दिन हुआ था इनके पिता का नाम चतुर्भुज राठोड था, जो खुद भी शास्त्रीय संगीत के जाने माने नामों में से एक रहे हैं वो जामनगर घराने के आदित्य घराने से सम्बन्ध रखते थे, श्रवण के दो और भाई है दोनों ही बहुत मशहूर गायक है एक का नाम रूप कुमार राठोड है और दूसरे का नाम विनोद राठोड है।

श्रवण की निजी ज़िन्दगी

श्रवण की पत्नी के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है उनके 2 बेटे हैं जोकि खुद भी संगीतकार है उनका नाम संजीव और दर्शन राठोड है

नदीम- श्रवण की जोड़ी

नदीम श्रवण बॉलीवुड की सबसे कामयाब जोड़ियों में से एक हैं जिन्होंने ना जाने कितने हिट फ़िल्मी गानों में संगीत दिया है इनका पूरा नाम नदीम अख्तर सैफी और श्रवण कुमार राठोड है

साल 1973 में दोनों की मुलाक़ात हुई थी उन्होंने एक भोजपुरी फिल्म दंगल से पाने फिलमी जीवन की शुरुवात की थी शुरुवाती दिन उनके बहुत संघर्षपूर्ण रहे काफी म्हणत और जद्दोजेहद के बाद उन्हें साल 1990 में फिल्म आशिकी के गानों में संगीत दिया इस फिल्म के गाने बहुत मशहूर हुई जिससे उन्हें बॉलीवुड में जाना जाने लगा आज तक बॉलीवुड में किसी फिल्म के इतने एल्बम नहीं बाइक जितने आशिक़ी के बिके एक एक रिकॉर्ड है

इसके बाद साल 1997 तक उन्हों कई सारे हिट गाने दिए और बॉलीवुड पर राज किया फिर गुलशन कुमार के हत्या काण्ड में नदीम का नाम संदिग्धों की सूचि में आया जिसके बाद उन्होंने काम करना बंद कर दिया

फिर साल 2000 में दोनों साथ आये और धड़कन फिल्म के गानों के लिए उन्होंने संगीत दिया और अपने प्रशंसकों को एक नया जीवन जैसे उन्होंने दे दिया हो इस बार उन्होंने 5 साल तक साथ काम किया साल 22005 में आई फिल्म दोस्ती में संगीत देने के बाद दोनों अलग हो गए

वो शंकर जयकिशन और लक्ष्मी कान्त प्यारे लाल के बाद लगातार फिम्ल फेयर पुरूस्कार जितने वाले तीसरे संगीतकार बने

श्रवण कुमार राठोड नहीं रहे

कोरोना ने एक बहुत होनहार और प्रसिद्ध संगीतकार हमसे छिन लिया श्रवण कुमार राठोड मुंबई के रहेजा हॉस्पिटल में भर्ती थे जहाँ उनकी हालत बहुत ख़राब हो गई कोरोना की वजह से उनके लंग्स में पानी भर गया था संक्रमण की वजह से उन्होंने 67 साल की उम्र में अपनी आखरी सांस ली उनको हार्ट की बीमारी भी थी जिसकी वजह से उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था

 

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