World AIDS Day | Kab manaya jata hai AIDS day

जानलेवा बीमारियों में से एक है AIDS जिसकी वजह से दुनिया में हर साल लाखों लोग अपनी जान गवां देते हैं ये ऐसी बीमारी है की इसके बीमार को बहुत दिनों कई बर सालों बाद पता चलता है की वो इसका शिकार हो गया है ये बहुत ही खतरनाक बीमारी है कई वजहों से ये बीमारी हो जाती है लोगों में इसकी जागरूकता के लिए हर साल विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है इस आर्टिकल के ज़रिये आज हम देखेंगे की एड्स कैसे फैलता है क्या उपाय हैं इससे बचने के लिए क्यों मनाया जाता है World Aids Day और क्या है इस साल की थीम एड्स दिवस के लिए

क्या है full form AIDS का

इस बीमारी यानी AIDS का फुल फॉर्म एक्वायर्ड इम्यूनो डिफिशिएंसी सिंड्रोम’ (Acquired Immunodeficiency Syndrome होता है

कब मनाया जाता है World AIDS Day

world aids day in hindi

ये एक बहुत ही जानलेवा बीमारी है इसका एक मुख्य कारण ये है की इस बीमारी का पता तुरंत नहीं जिसकी वजह से ये बीमारी बहुत खतरनाक हो जाती है इस जानलेवा बीमारी के लिए लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 1 दिसम्बर के दिन World Aids Day मनाया जाता है

 

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क्या इतिहास है World AIDS Day का

HIV संक्रमण से AIDS होता है लोगों जोकि किसी भी उम्र के इंसान को हो सकता है UNICEF की रिपोर्ट के अनुसार साल 2020 तक 37.9 मिलियन लोग इस बीमारी का शिकार हो चुके हैं इसकी रिपोर्ट कहती है की रोज़ाना दुनिया भर में 980 बच्चे इस HIV वाइरस का शिकार हो जाते हैं और इसका दुखद पहलु ये है की इन बच्चों में से 320 की मौत हो जाती है

HIV के संक्रमण की रफ़्तार देखते हुए साल 1987 में विश्व स्वस्थ्य संगठन के दो अधिकारीयों ने जिनका नाम जेम्स डब्ल्यू बुन और थॉमस नेटर था इन्होने जिनेवा स्विट्ज़रलैंड में एड्स दिवस मनाया था इस कार्यकर्म को वैश्विक रूप देने के लिए उन्होंने WHO के ग्लोबल प्रोग्राम ऑन एड्स के डायरेक्टर जोनाथन मान के सामने एड्स दिवस को विश्व एड्स दिवस के तौर पर मनाने के प्रस्ताव रखा जिसको उन्होंने स्वीकार लिया और 1 दिसंबर के दिन World Aids Day विश्व एड्स दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा कर दी

क्या होता है ये AIDS

एड्स एक ऐसी बीमारी है जो एक इंसान से दूसरे इंसान तक फ़ैल जाती है ये बहुत ही ज़्यादा जानलेवा बीमारी है ये HIV यानी Human Immunodeficiency Viruses के संक्रमण से फैलता है इससे संक्रमित व्यक्ति के रोगों से लड़ने की शक्ति काम हो जाती है अभी तक एड्स के इलाज की कोई सटीक दवा या उपचार उपलब्ध नहीं हो सका है इसलिए इससे बचाव ही इसका उपचार है अभी HIV संक्रमित व्यक्ति ज़रूरी नहीं है की एड्स से पीड़ित भी हो एड्स के लक्षण दिखने में 8 से 10 साल तक का समय भी लग जाता है ड्स के लक्षणों की जाँच विशेष रक्त जाँच (cd4+ कोशिका गणना) के आधार पर की जा सकती है एड्स पीड़ित इंसान की रोगों से लड़ने की शक्ति दिन ब दिन घटने लगती है शरीर किसी भी बीमारी का सामना करने में असमर्थ हो जाता है कभी कभी ये इतना बढ़ जाता है की व्यक्ति की मौत भी हो जाती है

भारत में एड्स

भारतमें एड्स का पहला मरीज़ साल 1986 में मिला था मगर अफ़सोस ये की ये पहला मामला बहुत दिन तक पहला नहीं रह सका उसके बाअद तो एक के बाद एक कई मामले सामने आने लगे 1 से बढ़ कर कुछ हो दिनों में इससे ग्रसित व्यक्तियों की संख्या 135 तक पहुँच गई थी

साल 1990 तक देश में एड्स के मामले तेज़ी से बढ़ने लगे ज़्यादातर मामले यौनकर्मियों में पाए गए गंभीरता को देखते हुए भारत सरकार ने राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन की स्थापना कर दी इस संगठन का काम देश भर में एड्स के बारे जागरूकता और उसके रोकथाम से सम्बंधित नीतियां बनाने का था

कैसे फैलता है एड्स

जिस व्यक्ति को एड्स हो जाता है लोग उसको एक बीमार की तरह ना देख कर उसको गलत नज़रों से देखते हैं ये आम धारणा है की एड्स असुरक्षित सेक्स करने से फैलता है जोकि सही है मगर पूरा सही भी नहीं है एड्स फैलता ज़रूर है असुरक्षित सेक्स करने से मगर ये अकेला कारण नहीं है एड्स का आइये देख लेते  हैं की किसे फ़ैल सकता है एड्स

  • असुरक्षित सेक्स
  • संक्रमित खून को किसी को चढाने से
  • संक्रमित महिला से उसके बच्चे को
  • एक संक्रमित व्यक्ति की सुई से दूसरे को इंजेक्शन लगाने से

 

क्या आप जानते हैं डॉक्टर्स डे कब मनाया जाता है 

 

क्या है लक्षण एड्स के

वैसे तो एड्स के लक्ष्णों का पता लगने में कई बार 8 से 10 साल  का समय लग जाता है और तब तक ये शरीर में पूरी तरह फ़ैल चूका होता है आइये देख लेते हैं क्या लक्षण दिखाई दें तो हमें इलाज की ज़रूरत है

  • बहुत ज़्यादा पसीना आना
  • वज़न का घटना लगातार
  • ठण्ड लगना
  • गले में अक्सर खराश रहना
  • खांसी आना
  • उलटी दस्त
  • सांस लेने में समस्या
  • शरीर पर चकते आदि
एड्स का क्या इलाज है

जैसा की हमको पता है की एड्स HIV से फैलता है इस लिए एड्स के इलाज के लिए एंटी रेट्रोवाईरल थेरपी दवाइयों का इस्तमाल किया जाता है ताकि HIV का शरीर पर प्रभाव काम किया जा सके इन दवाओं का मुख्य उद्देश्य ये होता है की इससे शरीर में रोग से लड़ने के शक्ति दुबारा से आ सके

एड्स से जुडी कुछ अफवाहें

जितना खतरनाक कभी कभी बीमारी नहीं होती उससे ज़्यादा होता है किसी बात का अफवाह बन जाना वाइस यह एड्स के बारे में भी कुछ अफवाहें भी फैली हुई है जैसे

  • साथ सोने से एड्स फ़ैल सकता है
  • साथ खाना खाने से फ़ैल सकता है
  • हाथ मिलाने से
  • मच्छर के काटने से फ़ैल सकता है एड्स
  • खांसने से आदि
क्या Theam है World Aids Day की 2021 में

हर साल अलग अलग थीम के साथ World Aids Day मनाया जाता है इस साल 2021 में इस की theam है  “End inequalities. End AIDS” यानी “असमानताओं को समाप्त करें। एड्स समाप्त करें”

 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. hindeeka.com इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करती 

 

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