पानी की इसी ज़रूरत को ध्यान में रखते हुए, साल 1992 में ब्राज़ील के रियो डी जेनेरिओ में संयुक्त राष्ट्र के एक सम्मेलन में विश्व जल दिवस World Water Day मनाने की पहल की गई थी। फिर साल 1993 में संयुक्त राष्ट्र ने अपने सामान्य सभा में विश्व जल दिवस मनाने की घोषणा की थी।
आपने अक्सर ये सुना होगा की “जल है तो कल है” पढ़ने और सुनने में भले ये एक सामान्य सी बात लगती है, मगर क्या आप एक दिन भी बिना पानी के अपनी ज़िन्दगी के बारे में सोच सकते हैं। एक दिन भी बिना पानी के हम नहीं गुज़ार सकते हमारा और तमाम जीव का जीवन बिना पानी के मुमकिन नहीं।
इस सभा में साफ़ पिने योग्य पानी और जल संरक्षण के महत्व को दुनिया के सामने लाने और उसपर काम करने के लिए वर्ष 1993 में पहली बार विश्व जल दिवस मनाया गया था।
जल और जीवन
जैसे जैसे मानव सभ्यता का विकास हुआ, हम औद्योगिकीकरण की ओर बढ़ने लगे बड़े बड़े कल कारखाने लगाए जाने लगे। पर्यावरण की हमसे अनदेखी होने लगी नतीजा उसका ये हुआ की, धीरे धीरे हर तरह के प्रदुषण के गिरफ्त में हम आने लगे जैसे वायु प्रदूषण, जल प्रदुषण और ध्वनि प्रदुषण इसका मनुष्य और अन्य जीवों की ज़िन्दगी पर सीधा असर पड़ने लगा।
आपको ये तथ्य पता होगा की, धरती का 70 % भूभाग पानी से घिरा हुआ है इतनी ज़्यादा मात्रा में पानी उपलब्ध है मगर वो पिने लायक नहीं मात्र 1 % पानी ही हम पी सकते हैं। बाकी सारा समुद्री पानी है जो की पिने लायक नहीं होता।
क्यों मनाया जाता है विश्व जल दिवस
हमको पिने का साफ़ पानी चाहिए एक अच्छे स्वस्थ जीवन के लिए जो हमको नदियों और झीलों से मिलता है, आप उसको भी सीधे नहीं पी सकते उसको भी कई तरह से साफ़ करके हम पी सकते हैं।
अब तक हमने जाना की पिने का पानी कितना ज़रूरी और कम है हमारे पास, मगर हमको साफ़ पानी पिने के लिए ही नहीं चाहिए हम को और भी बहुत सारे काम करने होते हैं जो जीवन के लिए ज़रूरी हैं। उसके लिए भी हमें साफ़ पानी की ज़रूरत होती है, जैसे खेती किसानी आदि जिस तरह हम उपलब्ध पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं, बहुत जल्दी हमारे जल भंडार खत्म हो जायेंगे। उसके बाद जीवन की कल्पना करना भी मुश्किल हो जायेगा। इसलिए पानी का संरक्षण करना हमारी सबकी पहली ज़िम्मेदारियों में से एक है।
इन्हीं सब चिंताओं को विश्व स्तर पर एक चर्चा का विषय और जनभागीदारी बनाने के लिए हर साल 22 मार्च के दिन विश्व जल दिवस World Water Day मनाया जाता है। इस में संयुक्त राष्ट्र से जुड़े सारे देश हिस्सा लेते हैं इस दिन के ज़रिये लोगों को पानी की ज़रूरत उसके इस्तेमाल और उसके संरक्षण से सम्बंधित ज़रूरी दिशा निर्देश दिए जाते हैं, इस कार्यक्रम में विश्व में एक सन्देश फ़ैलाने और उसपर चर्चा करने के लिए विषय यानी Theam का निर्धारण करना सब की ज़िम्मेदारी संयुक्त राष्ट्र पर होती है।
World Water Day विश्व जल दिवस की थीम
- वर्ष 2016 के विश्व जल दिवस का थीम “जल और नौकरियाँ”
- वर्ष 2015 के विश्व जल दिवस का थीम “जल और दीर्घकालिक विकास”
- वर्ष 2014 के विश्व जल दिवस का थीम “जल और ऊर्जा”
- वर्ष 2013 के विश्व जल दिवस का थीम “जल सहयोग”
- वर्ष 2012 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम “जल और खाद्य सुरक्षा”
- वर्ष 2017 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम “अपशिष्ट जल”
- वर्ष 2018 के लिए विश्व जल दिवस का थीम “जल के लिए प्रकृति के आधार पर समाधान”
- वर्ष 2019 के लिए विश्व जल दिवस का थीम “किसी को पीछे नहीं छोड़ना”
- वर्ष 2020 के लिए विश्व जल दिवस का थीम है “जल और जलवायु परिवर्तन”
- वर्ष 2021 के लिए विश्व जल दिवस का थीम है “पानी का महत्व”
- वर्ष 2022 के लिए विश्व जल दिवस का थीम है “भूजल: अदृश्य को दृश्यमान बनाना”
कैसे मनाया जाता है विश्व जल दिवस
दुनिया में ऐसा कोई नहीं जो बिना जल के जीवन की सोच सके, ऐसा नहीं की कोई सोच नहीं सकता मगर बिना जीवन के जीना मुमकिन नहीं। किसी तरह विश्व जल दिवस मनाने के लिए ऐसा कोई निर्धारित नियम तो नहीं है, मगर फिर भी विश्व स्तर पर इस दिन बहुत से कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं जिनसे लोगों में पानी के लिए सोच बदले और वो उसके संरक्षण पर ध्यान दे।
इसके लिए फोटो प्रदर्शनी, निबंध लेखन प्रतियोगिताएं, नुक्कड़ नाटक, समाचार पत्रों में विशेष लेख और विज्ञापन, टेलीविज़न पर विशेष प्रोग्राम एवं चर्चा रेडियो चैनल पर विशेष प्रोग्राम आदि का आयोजन किया जाता है। जिससे इस बहुत ज़रूरी विषय पर लोगों के बीच एक चर्चा का विषय बन सके और लोग इस ओर ध्यान देना शुरू कर सकें।
जल का संरक्षण कैसे किया जा सकता है
जो साफ़ पानी के जल भण्डार रह गए हैं हमारे पास उनको सहेज के रखें बहुत ज़रूरी है हमारे लिए और हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए। इसके लिए केंद्र और राज्य सराकरें बहुत कोशिश करती हैं, तरह तरह के नियम बनाये जाते हैं मगर अफ़सोस जितना काम होना चाहिए वो हो नहीं पता। उसका नतीजा होता ये है की, धीरे धीरे जल संकट गहराता जा रहा है, जल संरक्षण के कुछ उपाए हैं जो किये जा सकते हैं जैसे-
- देश और दुनिया के हर एक नागरिक को जल संरक्षण का महत्व समझना ज़रूरी है
- शेविंग करते वक़्त लोग नल खुला रखते हैं उसको बंद करना चाहीये
- लोग कार मोटर साइकिल धोने के लिए पाइप का इस्तेमाल करते हैं जिससे बहुत ज़्यादा पानी बर्बाद होता है
- घरों और दफ्तरों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का होना बहुत ज़रूरी है
- नहाते वक़्त शावर का इस्तेमाल ना करें बाल्टी में पानी भर कर नहाएं
- तालाबों को फिर से बनाये जिससे पानी का स्तर बना रहे
- ऐसा पानी जिसका इस्तेमाल पिने के लिए नहीं किया जा सकता उसको सिचाई के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए
- सार्वजनिक स्थानों में जो नल लगे होते हैं उनकी जांच करते रहना चाहिए निनसे हज़ारों लीटर पानी बहता रहता है
- घरों और कारखानों से निकला गन्दा पानी नदियों में नहीं डालना चहिये
- युवाओं को जल संरक्षण के लिए आगे आना चाहिए
जल से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
- भारत में पानी भरने के लिए महिलाओं को औसतन एक दिन में 7 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है
- 50 सालों में पानी के लिए लगभग 40 हत्याएं हो चुकी हैं
- हर साल लगभग 22 लाख लोगों की दुनिया भर में पानी से जुडी बिमारियों की वजह से मौत हो जाती है
- पूरी दुनिया में हर 10 में से 2 इंसानों को पिने लायक साफ़ पानी नहीं मिलता
- हर साल 3 अरब लीटर पैकेजड़ बॉटल बंद पानी पिया जाता है दुनिया में
- एक दिन में इंसानो को 3 लीटर और जानवरों को 50 लीटर पानी चाहिए
- ब्रश करते वक़्त 5 मिनट में 20 से 30 लीटर पानी बर्बाद होता है
आप भी आज से ये प्रण ले की पानी को बचाएंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।
आप के लिए ये भी ज़रूरी है जानना की कब मान्य जाता है विश्व कविता दिवस
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2 thoughts on “world water day kab aur kyon manaya jata hai”